नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए महाशिवरात्रि आरती PDF | Mahashivratri Aarti in Hindi PDF Download करने के लिए प्रदान करने जा रहे हैं। शिव जी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और जिनकी पूजा भारत में बड़े जोर शोर से की जाती है शिव का त्यौहार एक बहुत ही धूमधाम का प्रसिद्ध त्योहार है जिसका नाम है महाशिवरात्रि माता पार्वती और शिव के मिलन मिलन को कहा जाता है
शिव की पूजा से हम अपनी जिंदगी को स्वर्ग बना सकते हैं तो आइए हम यहां पर देखते हैं किस प्रकार शिव की पूजा करने प्रसन्न कर सकते हैं शिव की पूजा के लिए शिव की प्रसिद्ध आरती जिससे आप अपनी जिंदगी को कामयाब बना सकते हैं हम प्रस्तुत करने जा रहे हैं
महाशिवरात्रि आरती PDF | Mahashivratri Aarti in Hindi PDF – Summary
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसानन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
मधु कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
पर्वत सोहें पार्वतू, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
जया में गंग बहत है, गल मण्ड माला।
शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवान्छित फल पावे।।
ओम जय शिव ओंकारा।। ओम जय शिव ओंकारा।।
श्री शिवजी आरती | Shiv Aarti Hindi – शिव मंत्र
ओम त्तपुरुषाय विदमहे, महादेवाय
धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।
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