नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए गंगा सप्तमी पूजा विधि / Ganga Saptami Puja Vidhi PDF in Hindi में प्रदान करने जा रहे हैं। हिंदू धर्म के अनुसार गंगा सप्तमी प्रत्येक साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है गंगा सप्तमी के दिन ही माता गंगा धरती पर अवतरित हुई थी प्राचीन समय से ही गंगा सप्तमी को हिंदू धर्म के अंतर्गत एक विशेष महत्व प्राप्त है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति गंगा जी की पूजा सच्चे दिल से करता है और गंगा में स्नान करता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति अवश्य ही होती है।
गंगा सप्तमी के दिन माता गंगा की पूजा पूर्ण विधि के अनुसार की जानी चाहिए यदि कोई भी पूजा बिना विधि के की जाती है तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाता आज हम इस पोस्ट के माध्यम से लेकर आए हैं यहां से आप बिना किसी परेशानी के इसे देख सकते हैं। साथ ही आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके गंगा सप्तमी 2023 पूजा विधि पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं। ऐसी ही अन्य धार्मिक पोस्ट देखने के लिए क्लिक करें यदि आप किसी अन्य तथ्य से संबंधित पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं।
गंगा सप्तमी पूजा विधि | Ganga Saptami Puja Vidhi PDF in Hindi – सारांश
PDF Name | गंगा सप्तमी पूजा विधि | Ganga Saptami Puja Vidhi PDF in Hindi |
Pages | 1 |
Language | Hindi |
Source | pdfinbox.com |
Category | Religion & Spirituality |
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गंगा सप्तमी पूजा विधि | Ganga Saptami Puja Vidhi
- मुख्य रूप से गंगा सप्तमी के दिन गंगा नदी में स्नान करना बहुत ही पवित्र माना जाता है।
- यदि ऐसा आप नहीं कर पाते हैं तो आप गंगाजल को अपने पानी में मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
- स्नान करने के पश्चात ॐ श्री गंगे नमः मंत्र का उच्चारण करें।
- इसके बाद मां गंगा को अर्घ्य दें।
- गंगा नदी में तिल का दान अवश्य करें।
- इसके बाद गंगा मां के घाट का पूजन करें।
- गंगा सप्तमी के दिन तांबे के बर्तन में जल भरे।
- उस जल में थोड़ा सा गंगाजल डालकर पूर्ण विधि से पूजा करें।
- उसके बाद आम के पत्ते से इस जल को घर को घर के कोने कोने में अवश्य छिड़कें।
- एक लोटे में गंगाजल लेकर उस जल के अंदर 5 बेलपत्र डाले।
- उसके पश्चात भगवान शिव का अभिषेक अवश्य करें।
- इससे वैवाहिक व्यक्ति को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
गंगा सप्तमी शुभ मुहूर्त
पूजा समय – सुबह 11 बजकर 07 – दोपहर 01 बजकर 43
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04बजकर 17 – सुबह 05 बजकर 01
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