मंगला गौरी व्रत कथा | Mangla Gauri Vrat Katha PDF

नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप मंगला गौरी व्रत कथा / Mangla Gauri Vrat Katha PDF प्राप्त कर सकते हैं। मंगला गौरी का व्रत मुख्य रूप से श्रावण मास में किया जाता है यह मंगला गौरी देवी को समर्पित है। इन्हें श्रावण मास की देवी के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत को रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन सुख और शांति से व्यतीत होता है। हिंदू धर्म के अंतर्गत इस व्रत को बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है।

इस व्रत को विवाहित और अविवाहित महिलाओं के द्वारा किया जाता है। अविवाहित कन्याओं के द्वारा इसे एक अच्छा पति पानी की इच्छा से किया जाता है। यह व्रत विवाह संबंधित सभी कठिनाइयों को दूर कर देता है यदि आप वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं या आपकी शादी नहीं हो रही है तो यह व्रत आपको अवश्य ही रखना चाहिए। आप इस पोस्ट के माध्यम से मंगला गौरी व्रत कथा 2023 को पढ़ सकते हैं। और नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके पीडीएफ फॉर्मेट में व्रत कथा डाउनलोड कर सकते हैं।

 

मंगला गौरी व्रत कथा | Mangla Gauri Vrat Katha PDF – सारांश

PDF Name मंगला गौरी व्रत कथा | Mangla Gauri Vrat Katha PDF
Pages 1
Language Hindi
Source pdfinbox.com
Category Religion & Spirituality
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मंगला गौरी की व्रत कथा | Mangla Gauri Vrat Katha PDF

प्राचीन समय की बात है एक नगर में धर्मपाल नाम का एक व्यापारी रहता था। वह बहुत ही अमीर था। और उसकी पत्नी बहुत ही सुंदर थी। परंतु फिर भी वे दुखी रहते थे। उनके दुखी रहने का एक मुख्य कारण संतान का न होना था। भगवान की कृपा से उनके घर में एक पुत्र ने जन्म लिया लेकिन वह अल्पायु था।

उन्हें यह श्राप मिला हुआ था कि जैसे ही उनका बेटा 16 वर्ष का हुआ सांप के काटने की वजह से उसकी मृत्यु हो जाएगी। 16 वर्ष से पहले ही उनके पुत्र का विवाह एक ऐसी लड़की से हो जाता है जिसकी माता मंगला गौरी का व्रत किया करती थी।

शादी के पश्चात उन्होंने अपनी बेटी को आशीर्वाद दिया कि तुम सुखी जीवन जियोगी। और व्रत के प्रभाव से वह श्राप टल गया और इसी वजह से धर्मपाल के पुत्र को 100 वर्ष की आयु का वरदान प्राप्त हुआ।

जो भी स्त्री इस व्रत कथा को ध्यान से सुनती है और माता गौरी का पूजन सच्चे दिल से करती है उसके पति की आयु निश्चित ही बढ़ती है। और उनके वैवाहिक जीवन में खुशहाली आ जाती है।

 

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