नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए शैलपुत्री माता की आरती | Shailputri Mata Aarti PDF in Hindi में प्रदान करने जा रहे हैं। नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है उनके पिता का नाम पर्वतराज हिमालय है इसी वजह से इन्हें शैलपुत्री के नाम से जाना जाता है। माता शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल रहता है।
माता शैलपुत्री की सवारी बैल है शैलपुत्री माता का पहला जन्म प्रजापति दक्ष के घर में हुआ था। और उस समय पर उनका एक नाम सती भी था। इनका विवाह भगवान शंकर से हुआ। माता शैलपुत्री का पूजन नवरात्रों में सर्वप्रथम किया जाता है। आप यहां से उनकी आरती देख सकते हैं तथा उसकी पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं।
शैलपुत्री माता की आरती | Shailputri Mata Aarti PDF in Hindi – सारांश
PDF Name | शैलपुत्री माता की आरती | Shailputri Mata Aarti PDF in Hindi |
Pages | 3 |
Language | Hindi |
Category | Religion & Spirituality |
Source | pdfinbox.com |
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Shailputri Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi | Mata Shailputri Ki Aarti
|| ॐ श्री गणेशाय नमः ||
शैलपुत्री माँ बैल असवार, करें देवता जय जयकार ||
शिव शंकर की प्रिय भवानी, तेरी महिमा किसी ने न जानी ||
पार्वती तु उमा कहलावें, जो तुझे सुमिरे सो सुख पावें ||
रिद्धि सिद्धि परवान करें तू, दया करें धनवान करें तू ||
सोमवार को शिव संग प्यारी, आरती जिसने तेरी उतारी ||
उसकी सगरी आस पुजा दो, सगरे दुःख तकलीफ मिटा दो ||
घी का सुन्दर दीप जला के, गोला गरी का भोग लगा के ||
श्रद्धा भाव से मंत्र गाये, प्रेम सहित फिर शीश झुकायें ||
जय गिरराज किशोरी अम्बे, शिव मुख चंद्र चकोरी अम्बे ||
मनोकामना पूर्ण कर दो, चमन सदा सुख सम्पत्ति भर दो ||
शैलपुत्री माता की पूजा कैसे करे?
- सबसे पहले पूजा करने के लिए घट की स्थापन करें।
- माता रानी को याद करें।
- शैलपुत्री माता को पुष्प, चन्दन, अक्षत आदि अर्पित करें।
- उसके बाद माता रानी की कथा पढ़ें।
- उसके बाद माता रानी की आरती का जाप करें
- अंत में संपूर्ण परिवार माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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