नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए महागौरी माता की आरती / Mahagauri Mata Ki Aarti in Hindi PDF में प्रदान करने जा रहे हैं। नवरात्रों के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है और जो व्यक्ति सच्चे दिल से महागौरी माता की पूजा करता है उसके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। माता के सभी वस्त्र और सभी आभूषण श्वेत है इसलिए माता को श्वेतांबर भी कहा जाता है माता की चार भुजाएं हैं और इनका वाहन वृषभ है।
माता ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की और कठोर तपस्या के कारण माता का शरीर काला पड़ गया तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता को गंगा के पवित्र जल से तृप्त कर दिया और माता का रूप गौर वर्णन हो गया इसलिए इनका नाम महागौरी पड़ा। यदि आप माता महागौरी की आरती का जाप करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह तरह आए हैं यहां से आप बिना किसी परेशानी के माता महागौरी की आरती पढ़ सकते हैं साथ ही बिना किसी परेशानी के उसकी पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं धार्मिक तथा नवरात्रों या अन्य चीजों संबंधित पोस्ट देखने के लिए क्लिक करें।

महागौरी माता की आरती | Mahagauri Mata Ki Aarti in Hindi PDF – सारांश
PDF Name | महागौरी माता की आरती | Mahagauri Mata Ki Aarti in Hindi PDF |
Pages | 2 |
Language | Hindi |
Category | Religion & Spirituality |
Source | pdfinbox.com |
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नवरात्रि आठवें दिन की आरती | Mahagauri Mata Aarti Lyrics
जय महागौरी जगत की माया।
जया उमा भवानी जय महामाया॥
हरिद्वार कनखल के पासा।
महागौरी तेरी वहां निवासा॥
चंद्रकली ओर ममता अंबे।
जय शक्ति जय जय माँ जगंदबे॥
भीमा देवी विमला माता।
कौशिकी देवी जग विख्यता॥
हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा।
महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥
सती {सत} हवन कुंड में था जलाया।
उसी धुएं ने रूप काली बनाया॥
बना धर्म सिंह जो सवारी में आया।
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया॥
तभी माँ ने महागौरी नाम पाया।
शरण आनेवाले का संकट मिटाया॥
शनिवार को तेरी पूजा जो करता।
माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता॥
भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो।
महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो॥