नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप गंगा जी की आरती / Ganga Ji Ki Aarti PDF In Hindi प्राप्त कर सकते हैं। हिंदू धर्म के अंतर्गत गंगा मैया को एक विशेष ही महत्व प्राप्त है ऐसा माना जाता है कि गंगा मैया स्वर्ग लोक से पृथ्वीलोक के कल्याण के लिए पृथ्वी पर पधारी। गंगा मैया को पृथ्वी पर लाने का श्रेय भागीरथ जी को जाता है और भागीरथी जी भगवान श्री राम जी के पूर्वज थे।
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको गंगा मैया की आरती प्रदान करने जा रहे हैं यहां से आप बिना किसी परेशानी के गंगा मैया की आरती को आसानी से पढ़ सकते हैं तथा निरंतर उसका जाप कर सकते हैं यदि आप चाहें तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप आरती श्री गंगा माता की बिना किसी परेशानी के पीडीऍफ़ डाउनलोड कर सकते हैं।
गंगा जी की आरती | Ganga Ji Ki Aarti PDF In Hindi – सारांश
PDF Name | गंगा जी की आरती | Ganga Ji Ki Aarti PDF In Hindi |
Pages | 1 |
Language | Hindi |
Source | pdfinbox.com |
Category | Religion & Spirituality |
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Ganga Maiya Ki Aarti | Maa Ganga Aarti
ॐ जय गंगे माता,मैया जय गंगे माता।
जो नर तुमको ध्याता,मनवांछित फल पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
चन्द्र-सी ज्योति तुम्हारी,जल निर्मल आता।
शरण पड़े जो तेरी,सो नर तर जाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
पुत्र सगर के तारे,सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी,त्रिभुवन सुख दाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
एक बार जो प्राणी,शरण तेरी आता।
यम की त्रास मिटाकर,परमगति पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥
आरती मातु तुम्हारी,जो नर नित गाता।
सेवक वही सहज में,मुक्ति को पाता॥
ॐ जय गंगे माता॥