छठ पूजा व्रत कथा | Chhath Puja Vrat Katha PDF in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज इस पोस्ट के माध्यम से आप छठ पूजा व्रत कथा / Chhath Puja Vrat Katha PDF in Hindi प्राप्त कर सकते हैं। हिंदू धर्म में छठ महापर्व को बहुत अधिक पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। छठ की पूजा मुख्य रूप से भारत के राज्य उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार और साथ ही देश नेपाल में की जाती है। यह व्रत सूर्य देव जी को समर्पित है। यह एक चार दिवसीय व्रत है। इस दिन सूर्य देवता जी को अर्घ्य देने का प्रावधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार छठ 1 साल में दो बार मनाया जाता है।

पहली बार चैत्र महीने में चैती छठ के नाम से जाना जाता है। यह एक छोटे पैमाने पर ही होता है। वहीं पर दूसरा छठ पर्व कार्तिक महीने में मनाया जाता है इसे भारत के साथ-साथ विदेश में भी लोग मानते हैं। छठ पूजा कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को करने का प्रावधान है। आप इस दिन सूर्य देवता की पूजा कर अपने परिवार के स्वास्थ्य की प्रार्थना कर सकते हैं। आप Dala Chhath Katha PDF को नीचे दिए गए डाउनलोड पीडीएफ बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।

छठ पूजा व्रत कथा | Chhath Puja Vrat Katha PDF in Hindi – सारांश

पुराणों के अनुसार प्रियंवद नाम के एक राजा थे, जिनकी कोई संतान नहीं थी। तब महर्षि कश्यप ने पुत्र प्राप्ति के लिए राजा के यहां यज्ञ का आयोजन किया। महर्षि ने प्रियंवद की पत्नी मालिनी को यज्ञ के लिए बनाई गई खीर खाने को कहा। खीर के प्रभाव से राजा और रानी को पुत्र की प्राप्ति हुई लेकिन वह मृत था।

प्रियंवद पुत्र को लेकर श्मशान गए और पुत्र वियोग में प्राण त्यागने लगे। उस समय भगवान की पुत्री देवसेना प्रकट हुईं। उन्होंने राजा से कहा कि मैं सृष्टि की मूल प्रकृति के छठे अंश से उत्पन्न होने के कारण षष्ठी कहलाती हूं। माता ने राजा को अपनी पूजा करने का आदेश दिया और दूसरों को भी इस पूजा के लिए प्रेरित करने को कहा।

राजा ने पुत्र प्राप्ति की कामना से देवी षष्ठी का व्रत रखा और शीघ्र ही उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। जिस दिन राजा ने यह व्रत रखा, वह कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि थी। तभी से छठी मैया की पूजा की परंपरा शुरू हुई।

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