नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए ब्रह्मचारिणी माता की कथा PDF | Brahmacharini Mata Vrat Katha in Hindi PDF में प्रदान करने जा रहे हैं। नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है माता चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का आधा चांद है यही एक मुख्य कारण है कि माता को चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है। शास्त्र और वेद पुराणों के अनुसार माता के 10 हाथ होते हैं और सभी हाथों में खड़क आदि शस्त्र रहते हैं चंद्रघंटा माता की मुख्य सवारी शेर है अर्थात सिंह।
माता की पूजा करने से जिंदगी के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं तथा जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है माता चंद्रघंटा को सुख और शांति की देवी माना जाता है। तो आप भी अगर अपने जीवन में सुख प्राप्त करना चाहते हैं तो इन माता चंद्रघंटा का पूजन अवश्य करें माता रानी के पूजन के लिए आपको आरती अवश्य करनी चाहिए आज हम आप सभी के लिए माता रानी की आरती लेकर आए हैं जिसे आप यहां से आसानी से पढ़ सकते हैं साथ ही नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके उसकी पीडीएफ भी बिना किसी परेशानी के डाउनलोड कर सकते हैं।
चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF in Hindi – सारांश
PDF Name | चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF in Hindi |
Pages | 1 |
Language | Hindi |
Category | Religion & Spirituality |
Source | pdfinbox.com |
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चंद्रघंटा माता की आरती लिरिक्स | Chandraghanta Mata Aarti
जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥
चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥
मन की मालक मन भाती हो।चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो॥
सुन्दर भाव को लाने वाली।हर संकट में बचाने वाली॥
हर बुधवार को तुझे ध्याये।श्रद्दा सहित तो विनय सुनाए॥
मूर्ति चन्द्र आकार बनाए।सन्मुख घी की ज्योत जलाएं॥
शीश झुका कहे मन की बाता।पूर्ण आस करो जगत दाता॥
कांचीपुर स्थान तुम्हारा।कर्नाटिका में मान तुम्हारा॥
नाम तेरा रटू महारानी।भक्त की रक्षा करो भवानी॥
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