नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप बुध प्रदोष व्रत कथा / Budh Pradosh Vrat Katha PDF in Hindi प्राप्त कर सकते हैं। हिंदू तिथि के अनुसार यह व्रत त्रयोदशी यानी 13वें दिन होता है त्रयोदशी अथवा प्रदोष व्रत महीने में दो बार आता है पहला व्रत शुक्ल पक्ष को तथा दूसरा व्रत कृष्ण पक्ष को होता है इस व्रत में भगवान शिव अर्थात महादेव की पूजा की जाती है इस व्रत को करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं जो भी सुहागन नारी इस व्रत को रखती है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
कोई भी व्यक्ति पूर्ण निष्ठा, आस्था, श्रद्धा, सच्चे मन से यह व्रत करता है तो उसे मनचाही वस्तु की प्राप्ति होती है और भगवान शिव की कृपा सदा उस पर बनी रहती है उसे और उसके परिवार को कभी भी जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। इस लेख के माध्यम से आप बुध प्रदोष व्रत कथा को पढ़ सकते हैं। साथ ही आप उसकी पीडीएफ नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं। ऐसी ही अन्य धार्मिक पोस्ट प्राप्त करने के लिए क्लिक करें। यदि आप किसी अन्य टॉपिक से संबंधित पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं।
बुध प्रदोष व्रत कथा | Budh Pradosh Vrat Katha PDF in Hindi – सारांश
PDF Name | बुध प्रदोष व्रत कथा | Budh Pradosh Vrat Katha PDF in Hindi |
Pages | 1 |
Language | Hindi |
Source | pdfinbox.com |
Category | Religion & Spirituality |
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बुध प्रदोष व्रत की कहानी | Budh Pradosh Vrat Ki Kahani