नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप रोहिणी व्रत पूजा विधि / Rohini Vrat Puja Vidhi PDF in Hindi प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप अपने जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह है यहां से हम आपको आज रोहिणी व्रत की पूजा विधि प्रदान करने जा रहे है जैसा कि आप जानते हैं कि किसी व्रत अच्छे ढंग से संपन्न करने के लिए सही पूजा विधि का होना बहुत आवश्यक है यदि सही विधि से व्रत नहीं किया जाए तो व्रत का कोई महत्व नहीं रह जाता।
यह व्रत जैन धर्म में बहुत ही पूजनीय है ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति सच्चे दिल से इस व्रत को करता है उसके जीवन की सभी समस्याएं नष्ट हो जाती है और उसकी आत्मा की शुद्धि हो जाती है। यदि आपने अपने जीवन में जाने अनजाने में कोई भी भूल की है और आप उसके पाप से मुक्त होना चाहते हैं तो इस व्रत को अवश्य रखें। रोहिणी व्रत कथा हम आपको पिछली पोस्ट में प्रदान करें चुके हैं। इस पोस्ट के माध्यम से आप व्रत की विधि आसानी से देख सकते हैं साथ ही नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके उसकी पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं।
रोहिणी व्रत पूजा विधि | Rohini Vrat Puja Vidhi PDF in Hindi – सारांश
PDF Name | रोहिणी व्रत पूजा विधि | Rohini Vrat Puja Vidhi PDF in Hindi |
Pages | 1 |
Language | Hindi |
Source | pdfinbox.com |
Category | Religion & Spirituality |
Download PDF | Click Here |
रोहिणी व्रत की पूजा विधि | Rohini Vrat Ki Puja Vidhi
- इस व्रत के दिन सुबह जल्दी चाहिए।
- सभी प्रकार के नित्यकर्मों से निवृत्त होने के बाद स्नान कर ले।
- इस व्रत के दिन भगवान वासुपूज्य की जाती है।
- सबसे पहले पंचरत्न, ताम्र या स्वर्ण की मूर्ति के स्थापना अवश्य कर ले।
- पूजा समाप्त होने बाद फल-फूल, वस्त्र और नैवेद्य का भोग लगाएं।
- यदि आप दान के इच्छुक हो तो अवश्य करे दान का महत्व बहुत ज्यादा होता है।
- मान्यता के अनुसार इस व्रत का पालन 3, 5 या 7 वर्षों तक नियमित रूप से करना चाहिए।
- इस व्रत के लिए के लिए सही समय अवधि 5 महीने या फिर 5 साल मानी गई है।
नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके आप रोहिणी व्रत पूजा विधि / Rohini Vrat Puja Vidhi PDF in Hindi डाउनलोड कर सकते हैं।